रीवा में बेटे का दोस्त बताकर घर में घुसे बदमाश 20 तोला सोना और 2 लाख रुपए लूट ले गए।
रीवा में खुद को लड़के का दोस्त बताकर घर में घुसे तीन डकैतों ने बुजुर्ग को 3 घंटे बंधक बनाए रखा। उनके मोबाइल का सिम तोड़ा, पिस्तौन दिखाकर 20 तोला सोना और 2 लाख रुपए का कैश लूट लिया। इस बीच जब बुजुर्ग डरा तो उसे दवा भी खिलाई, बेटे का ऑनलाइन ऑर्डर आया तो
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आरोपियों ने बुजुर्ग को डराया कि उनके ग्रुप के सदस्य हर जगह हैं। अगर शोर किया तो उसे गोली मार दी जाएगी। लूट के बाद घर के अंदर खड़ी अपनी होंडा शाइन बाइक से फरार हो गए।
लूट की यह घटना चोरहटा थाना क्षेत्र के गोडहर मोहल्ले में एक सेवानिवृत कर्मचारी रमाशंकर सिंह तिवारी के घर में बुधवार शाम करीब 7:30 बजे की है। गुरुवार को थाने में मामला दर्ज कराया गया। मौके पर एसपी और एडिशनल एसपी भी पहुंचे।
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि
पीड़ित ने बताया 15 से 20 तोला सोना और तकरीबन 2 लाख कैश बदमाश ले गए हैं। घटना से पूर्व बदमाशों द्वारा घर की रैकी किए जाने का अनुमान है। पीड़ित ने बताया तीनों बदमाश पन्ना, सतना, कटनी और रीवा की मिली जुली भाषा का उपयोग कर रहे थे। अपराध पंजीबद्ध कर घटनास्थल में मिले हुए सबूतों के आधार पर विवेचना शुरू कर दी गई है।
पुलिस अधीक्षक के साथ पुलिसकर्मियों ने घर पर पहुंचकर जांच की।
इस तरह घटित हुआ पूरा घटनाक्रम
बेटे का दोस्त बनाकर घर में घुसे बुधवार को शाम 7:30 बजे आरोपियों ने बुजुर्ग के घर को गेट खटखटाया। जब दरवाजा नहीं खोला तो उनसे यह कहा कि अंकल आपके बेटे राहुल का फोन नहीं लग रहा है। एक बार आप फोन पर उससे बात करा दीजिए। बदमाशों के इरादों से अनजान सेवानिवृत कर्मचारी तीनों युवकों से बात करते-करते घर के अंदर आ गए।
इसके बाद बदमाशों ने वृद्ध से पानी मांगा और जैसे ही सेवानिवृत कर्मचारी किचन से पानी लेकर लौटा तो तीन की संख्या में मौजूद बदमाशों में से एक ने पिस्तौल निकाल कर वृद्ध की कनपटी में रख दी और उसे बंधक बना लिया।
बुजुर्ग ने बताया कि पिस्टल दिखाकर उसे डकैतों ने डराया।
पिस्टल देखकर डरा बुजुर्ग पीड़ित रामशंकर ने बताया कि जैसे ही मैंने पिस्टल देखी। उनके पैर पकड़ लिए। बोला कि तुम्हें जो चाहिए वह ले लो पर मुझे जान से मत मारो। मैं हाई ब्लड प्रेशर का पेशेंट हूं। मुझे हार्ट की भी बीमारी है। मैं घबरा गया पसीना पसीना हो गया। घबराहट की वजह से मेरा दम फूलने लगा, सांस लेते नहीं बन रहा था।
मैंने बदमाशों को भरोसा दिलाया कि अगर वह मुझे जिंदा छोड़ देते हैं तो मैं किसी को कुछ नहीं बताऊंगा। मैं लगातार भगवान की कसम खाता रहा। तब जाकर उन्होंने मुझे एक सोफे में बिठा दिया।
डकैतों ने बुजुर्ग को दवा खिलाई पीड़ित बुजुर्ग ने बताया कि वह कुछ दिनों पूर्व ही कोल इंडिया की सर्विस से रिटायर्ड हुआ है। घटना के दिन उसका परिवार वृद्ध की गृहस्थी का सामान लेने महेंद्रगढ़ स्थित उसके किराए के आवास में गया था। रिटायर्ड कर्मचारी के बंधक बनाए जाने के दौरान ही पीड़ित की तबीयत भी बिगड़ी जिसपर बदमाशों ने उन्हें दवाई खिलाई। उसके बाद घर के हर कमरों में घुसकर रखी हुई अलमारी से लगभग 20 तोला सोना और तकरीबन 200000 कैश निकाल लिया।
एक दिन बाद बताया पूरा मामला घटना के दिन बुजुर्ग डर गया था उसने इस बारे में किसी को नहीं बताया। गुरुवार की सुबह पूरे मामले की जानकारी अपने पत्नी बेटे को दी। जिसके बाद सूचना मिलते ही तमाम रिश्तेदार पीड़ित के घर पहुंचे और मामले से पुलिस को बताया।
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