IND vs ENG 2nd Test: युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह हर मुद्दे पर अपनी राय खुलकर देते हैं. इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में शुभमन गिल के दोहरे शतक पर भी उनकी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि एक बड़ी पारी खेलकर आउट होना एक क्राइम की तरह है, जब पारी के आगे नॉट आउट लगता है तो उसकी बात ही अलग होती है. एजबेस्टन में खेले जा रहे टेस्ट में गिल ने 269 रन बनाए, जिसको लेकर योगराज ने उनकी तारीफ की और इसका एक क्रेडिट युवराज को भी दिया.
योगराज सिंह ने कहा, “जब शुभमन गिल की बात करते हैं, यशस्वी जायसवाल और जडेजा की बात करते हैं तो एक तुलना होती है कि यशस्वी ने 87 किया, जडेजा ने 89 किया और क्या वाहियात शॉट मारकर आउट हुए. यहां पर दिल दुखता है, अब गिल हैं जो वो टॉप हेड हैं. मैंने पहले कहा था कि युवराज सिंह जिस जिस को कोचिंग देगा, वो आदमी (युवराज) सारा दिन खिलाड़ी को बल्लेबाजी करते देखेगा और फिर शाम को फ़ोन पर बात करेगा. मैं समझता हूं युवराज ऐसा क्रिकेटर हैं, जो उसने किया है वो क्रिकेट में आगे प्लेयर्स को दे रहा है.”
युवराज सिंह भी समझने लगा है कि टेस्ट में आउट होना क्राइम है
उन्होंने आगे कहा, “गिल, अभिषेक शर्मा, अर्शदीप सिंह उनके ट्रेनी रहे हैं. गिल आज 200 पर खेल रहा है, तो मैं चाहूंगा कि वो 250 प्लस नॉट आउट रहे, क्योंकि जब बल्लेबाज आउट होता है तो तकलीफ मुझे होती है. अब तो युवराज सिंह को भी तकलीफ होने लगी है. अब वो समझने लगा है कि टेस्ट क्रिकेट में आउट होना एक क्राइम है. जब आप 200 नॉट आउट, 300 नॉट आउट रहते हैं, नॉट आउट लगता है ना आगे तो आपकी गलतियां सुधरती है.”
#WATCH | #INDvENG | Chandigarh | Indian Captain Shubman Gill hits a double century | Former Indian Cricket Yograj Singh says, “…Yuvraj Singh personally coached Shubman Gill…Shubman Gill is a great player…One should learn from Yuvraj Singh and Gautam Gambhir about how to… pic.twitter.com/jIVFvu1BNC
— ANI (@ANI) July 3, 2025
योगराज सिंह ने की गौतम गंभीर की तारीफ
गिल को शानदार बताते हुए उन्होंने इसका क्रेडिट युवराज सिंह को भी दिया. उन्होंने कहा कि युवराज ऐसे कोच हैं जो अपने खिलाड़ियों को बच्चों की तरह ट्रीट करते हैं. युवी, गौतम गंभीर से सीखना चाहिए कि कैसे खिलाड़ियों को बनाते हैं, उन्हें सिखाते हैं. बेशक उन्होंने एक लाख रन कर दिए, लेकिन गलती करने पर उसे बताते भी हैं. उन्होंने सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर का भी उदाहरण दिया कि कैसे वह अभ्यास किया करते थे.
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