Bhaktamar Baba’s first Mangal Pravesh in Indore | भक्तामर वाले बाबा का इंदौर में पहला मंगल प्रवेश: 30 मार्च को आचार्य विनम्रसागर महाराज के साथ 21 ससंघ आएंगे, बड़ी संख्या में श्रद्धालु करेंगे स्वागत – Indore News Darbaritadka

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इंदौर में दिगंबर जैन समाज के प्रसिद्ध संत आचार्य विनम्रसागर महाराज का रविवार सुबह पहली बार मंगल प्रवेश होगा। भक्तामर वाले बाबा के नाम से विख्यात महाराज के आगमन को लेकर जैन समाज में उत्साह का माहौल है।

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मंगल प्रवेश की तैयारियों के लिए 25 से अधिक समितियों का गठन किया गया है। आयोजन समिति के राहुल जैन के अनुसार, प्रवेश जुलूस 30 मार्च को सुबह 8 बजे बापट चौराहे से शुरू होगा। महाराज के साथ विमलश्री माताजी और विनेहश्रीजी माताजी सहित 21 ससंघ भी शामिल होंगे। जुलूस विभिन्न मार्गों से होते हुए पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर विजयनगर पहुंचेगा। मार्ग पर रंगोली और फूलों की वंदनवार से सजावट की जा रही है। श्रद्धालु पूरे मार्ग पर महाराज की अगवानी करेंगे। आचार्य विनम्रसागर महाराज ‘जीवन है पानी की बूंद’ के रचयिता हैं। इस विश्वविख्यात रचना में 9000 से अधिक छंद हैं। वर्तमान में वे भोपाल से विहार करते हुए इंदौर की ओर आ रहे हैं।

साध्वी माताजी

राहुल जैन ने बताया मंगलवार को जैन समाज के लोगों ने शनिवार को आचार्यश्री के दर्शन किए। इस मौके पर अध्यक्ष धर्मेंद्र जैन, जुलूस व्यवस्था प्रभारी गिरीश जैन गिन्नी, जैनेश झांझरी, मंच व्यवस्था प्रभारी अक्षय कासलीवाल और मनोज बाकलीवाल, भोजन व्यवस्था प्रभारी प्रकाश जैन, मंच संचालक डी.के. जैन, प्रदीप शास्त्री, व्यवस्था प्रभारी ब्रह्मचारी सुरेश मलैया, शगुनचंद जैन आदि मौजूद थे।

मंगल प्रवेश के बाद विजयनगर में धर्मसभा होगी। यहां पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय आचार्यश्री की अगवानी करेंगे। इसमें 5 हजार से ज्यादा समाजजन शामिल होंगे।

माताजी

मंगल मिलन भी होगा

सुखलिया के बापट चौराहे पर आर्यिका मां विभाश्रीजी, विमलश्री, विनयश्री माताजी ससंघ का आचार्यश्री के साथ महामिलन भी होगा। सभी साध्वियां गुरुदेव की अगवानी करेंगी। साथ ही सैकड़ों की संख्या में भक्त महाराजश्री का पाद-प्रक्षालन करेंगे। जैन ने बताया इंदौर के लिए बड़े सौभाग्य की बात है।

50 से ज्यादा महिला मंडल होंगी शामिल

नीता कासलीवाल, विनीता जैन ने बताया मंगल प्रवेश के दौरान शहर के जैन समाज की 50 से ज्यादा महिला मंडल शामिल होंगी। हर मंडल में कम से कम 50-50 महिलाएं शामिल होंगी जो अगवानी करेंगी। महिला मंडलों को प्रथम पुरस्कार 31 हजार, द्वितीय 21 हजार और तृतीय 11 हजार रुपए का पुरस्कार मिलेगा। सभी महिला मंडलों को 5-5 हजार रुपए का विशेष पुरस्कार भी मिलेगा।

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