There is no ward for destitute patients in Hamidia | निराश्रित मरीजों के लिए हमीदिया में वार्ड नहीं: 108 एंबुलेंस नहीं ले जाती; लावारिस-निराश्रित मरीजों के लिए इमरजेंसी में सिर्फ दो बेड आरक्षित – Bhopal News Darbaritadka

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हमीदिया अस्पताल में लावारिस और निराश्रित मरीजों को इलाज में परेशानी न हो, इसको ध्यान में रखते हुए ऐसे मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाने को कहा गया था। लेकिन अब तक ऐसा कोई वार्ड नहीं बनाया गया है। अभी हालात ऐसे हैं कि किसी लावारिस और निराश्रित मरीज को हम

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इसकी वजह हमीदिया अस्पताल में ऐसे मरीजों को भर्ती न करना है। लावारिस और निराश्रित मरीजों के लिए अस्पताल की इमरजेंसी में दो बेड आरक्षित किए गए हैं। ऐसे में यहां एक वक्त में दो से ज्यादा मरीजों को रखा नहीं जा सकता है। 12 सोशल वर्कर, जहां-तहां लगा दी जाती है ड्यूटी सामाजिक न्याय विभाग की ओर से 13 जनवरी को हमीदिया अस्पताल को पत्र लिखा गया था। लेकिन अब तक इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ है। ऐसे मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल में विभाग की ओर से 12 सोशल वर्कर तैनात किए गए हैं। सरकार इनकी सैलरी पर हर महीने लाखों रुपए खर्च करती है। लेकिन इनकी जहां-तहां ड्यूटी पर लगा दी जाती है।

सोशल वर्कर से कहा-घायल बुजुर्ग को लेकर जाओ…

भोपाल टॉकीज ब्रिज के पास एक 65 वर्षीय बुजुर्ग को बस ने टक्कर मार दी। हाथ और पैर में चोट लगी थी। 26 अप्रैल को सोशल वर्कर बुजुर्ग को लेकर हमीदिया अस्पताल पहुंचे। यहां इमरजेंसी में उनका इलाज किया गया। अभी तक बुजुर्ग चलने-फिरने की स्थिति में नहीं हैं। बावजूद इसके, अस्पताल स्टाफ की ओर से सोशल वर्कर को कहा जा रहा है कि आप इन्हें लेकर जाएं। नहीं तो हमें उनको अस्पताल से हटाना पड़ेगा।

वरिष्ठ अधिकारियों को कॉल करने पर किया भर्ती… शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे 55 वर्षीय बुजुर्ग, जिसका गाल पूरी तरह सड़ा हुआ था, बैरागढ़ में मुख्य सड़क किनारे मिला। स्थानीय रहवासी सरजन नागर ने इसकी सूचना 108 एंबुलेंस को दी। मौके पर आई एंबुलेंस का ईएमटी महेश वर्मा मरीज को हमीदिया अस्पताल ले जाने को तैयार नहीं था। उसका कहना था कि हमीदिया अस्पताल वाले लावारिस मरीजों को भर्ती नहीं करते हैं। पुलिस के दखल के बाद एंबुलेंस मरीज को लेकर हमीदिया अस्पताल पहुंची। ओपीडी का पर्चा बनवाने के बाद भी मरीज को भर्ती नहीं किया जा रहा था। ऐसे में ईएमटी वर्मा ने वरिष्ठ अधिकारियों को कॉल किया, तब मरीज को भर्ती किया गया।

वरिष्ठ कार्यालय से जो मार्गदर्शन मांगा है … सामाजिक न्याय विभाग का पत्र मिला था। वार्ड बनाने के लिए वरिष्ठ कार्यालय को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा गया है। वहां से जो भी निर्देश मिलेंगे, उसके मुताबिक आगामी कार्रवाई की जाएगी। डॉ. सुनीत टंडन, अधीक्षक, हमीदिया अस्पताल

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