सीहोर में बिजली विभाग के अधिकारियों की मनमानी का एक नया मामला सामने आया है। बिलकिसगंज वितरण केंद्र में बिना इस्टीमेट स्वीकृति के बिजली के खंभे हटा दिए गए। लोगों का आरोप है कि यह कार्य ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया।
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बड़झिरी से बिलकिसगंज होते हुए सीहोर तक सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है। इस मार्ग पर 33 केवी, 11 केवी और अन्य छोटी बिजली लाइनों को शिफ्ट किया जाना है। इसका इस्टीमेट अभी विभाग में स्वीकृति के लिए लंबित है।
बावजूद इसके, ग्राम किशनपुरा और ग्राम भंडेली में दो बिजली के खंभे और लाइनें शिफ्ट कर दी गईं। वितरण केंद्र प्रभारी शिवराम पाली का कहना है कि खंभे सड़क निर्माण में बाधा बन रहे थे, इसलिए हटाए गए।
अधीक्षण यंत्री को कोई जानकारी नहीं विभाग में यह पहला मामला नहीं है। पहले भी बिजली विभाग वसूली के दौरान जबरन वाहन उठाने या पूरे गांव का कनेक्शन काटने जैसी कार्रवाई करता रहा है। अधीक्षण यंत्री सुधीर कुमार शर्मा ने स्वीकार किया कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले की जांच करवाएंगे।
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