आजकल सोशल मीडिया पर E20 फ्यूल को लेकर काफी बातें हो रही हैं. लोग सोच रहे हैं कि अगर उनकी पुरानी गाड़ी में यह नया फ्यूल डाला जाए, तो क्या इंजन खराब हो जाएगा? सच तो यह है कि E20 बिल्कुल नया नहीं है. दिल्ली-एनसीआर जैसे बड़े शहरों में लोग लंबे समय से इसे अनजाने में इस्तेमाल कर रहे हैं.
E20 और नई गाड़ियां
- अप्रैल 2023 के बाद बनी सभी कारें E20 पर चलने के लिए ही बनाई गई हैं. कई बड़ी कंपनियां तो पहले से ही E20-रेडी गाड़ियां बना रही थीं. इसलिए नई कारों के लिए इसमें कोई समस्या नहीं है.
पुरानी गाड़ियों पर असर
- अगर आपकी कार लगभग 10 साल पुरानी है और उसे E10 यानी 10% इथेनॉल वाले फ्यूल पर चलाने के लिए बनाया गया है, तो उसमें E20 डालने से कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा. फर्क बस इतना होगा कि गाड़ी की माइलेज थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन इंजन पर इसका तुरंत कोई बुरा असर नहीं दिखेगा. हां, अगर गाड़ी 2015 से पहले बनी है, तो धीरे-धीरे इंजन पर हल्का असर पड़ सकता है. वैसे भी पुरानी गाड़ियों में समय के साथ इंजन और पार्ट्स का घिसना एक सामान्य प्रक्रिया है.
मेंटेनेंस क्यों जरूरी है?
- अगर आप E20 का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सबसे जरूरी नियमित सर्विसिंग है. हो सकता है कि आपको पहले से थोड़ा जल्दी कार की सर्विस करानी पड़े. हर ब्रांड और मॉडल में असर अलग हो सकता है, लेकिन अगर आप गाड़ी का सही रखरखाव करेंगे तो बड़ी दिक्कत नहीं होगी.
“मैं खुद 10 साल पुरानी कार चला रहा हूं और उसमें E20 फ्यूल इस्तेमाल कर रहा हूं. गाड़ी अभी भी अच्छे से चल रही है. हां, माइलेज थोड़ा कम हुआ है, लेकिन इंजन या परफॉर्मेंस पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा.”– सोमनाथ चटर्जी (ऑटोमोबाइल एडिटर)
- बता दें कि E20 फ्यूल पुरानी कारों के लिए उतना खतरनाक नहीं है जितना लोग मानते हैं. अगर आपकी गाड़ी 10 साल पुरानी है, तो आप इसे आराम से चला सकते हैं. बस ध्यान रखें कि समय-समय पर सर्विस और मेंटेनेंस करवाते रहें.
ये भी पढ़ें: Maruti Fronx Vs Kia Sonet: कौन-सी SUV देगी ज्यादा वैल्यू फॉर मनी? मिनटों में समझें अंतर
Leave a Reply
Cancel reply