Different transfer orders from Vallabh Bhawan and DPI… Whom should the teachers follow | वल्लभ-भवन व डीपीआई से अलग-अलग ट्रांसफर आदेश… शिक्षक किसकी मानें: एजुकेशन पोर्टल पर ऑनलाइन का नियम, पर वल्लभ भवन से ऑफलाइन जारी हो रहे ऑर्डर – Bhopal News Darbaritadka

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शिक्षा विभाग के एजुकेशन पोर्टल 3.0 की गड़बड़ियों ने पूरे प्रदेश के ढाई लाख शिक्षकों की परेशानी बढ़ा दी है। अफसर बिना सही जानकारी लिए ट्रांसफर कर रहे हैं। वल्लभ भवन के अफसर ऑफलाइन ट्रांसफर कर रहे हैं, जबकि लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) ऑनलाइन आदेश जार

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वहीं जहां एक पद खाली है, वहां दो-दो लोगों की पोस्टिंग कर दी गई है। कई शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए दो स्कूल चुने, लेकिन उन्हें किसी तीसरे स्कूल में भेज दिया गया। ऐसी लापरवाहियां पूरे प्रदेश में सामने आ रही हैं। पिछले शिक्षण सत्र में भी समय पर शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई थी।

अतिशेष शिक्षकों का समायोजन भी नहीं हुआ और नए शिक्षकों की नियुक्ति आधे सत्र के बाद हुई। अब फिर से लापरवाही हो रही है। इससे पढ़ाई व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है। स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव ने बताया कि वल्लभ भ‌वन से भी ट्रांसफर ऑनलाइन ही होंगे, नहीं तो वे अपात्र होंगे।

पहले से प्रिसिंपल, फिर भी नए की पोस्टिंग शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या स्कूल नेहरू नगर में डॉ. नीलंजना वशिष्ठ पिछले दो वर्षों से प्रिसिंपल पद पर हैं। इसके बावजूद विभाग ने बिना जांच के यहां एक और प्रिसिंपल अनुपमा शुक्ला की पोस्टिंग कर दी। अब स्कूल में दो-दो प्रिसिंपल हो गए हैं।

अफसरों ने अनुपमा को चन्द्रशेखर हाईस्कूल रातीबड़ से रिलीव दिखाया, जबकि वह मॉडल स्कूल टीटी नगर में पदस्थ थीं। सवाल यह है कि जब स्कूल में पहले से वरिष्ठ व्याख्याता मौजूद हैं, तो फिर उच्च माध्यमिक शिक्षिका की पोस्टिंग कैसे कर दी गई।

ऐसी लापरवाही: एक पद पर 2 प्रिंसिपल की पोस्टिंग कर दी

शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला कोटरा सुल्तानाबाद में एक प्रिसिंपल की पोस्ट खाली थी। लेकिन शिक्षा विभाग ने गलती से वहां दो प्रिसिंपल की पोस्टिंग कर दी। अब दोनों शिक्षकों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है कि ज्वाइन कौन करे। झाबुआ के प्रिसिंपल मनोज कुमार रोहितास को स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव कमल सोलंकी ने 6 जून 2025 को कोटरा स्कूल में पोस्ट किया। 7 जून 2025 को डीपीआई ने रायसेन के प्रिसिंपल राजेश बाथम की भी उसी स्कूल में पोस्टिंग कर दी। अब सवाल यह है कि दोनों में से किस अधिकारी के आदेश को माना जाए।

दो स्कूल चुने, तीसरे में ट्रांसफर

शासकीय माध्यमिक शाला भोजापुरा बैरसिया की शिक्षिका संध्या श्रीवास्तव ने ट्रांसफर के लिए सरोजनी नायडू स्कूल शिवाजी नगर और सम्राट अशोक स्कूल भोपाल चुना था। लेकिन उनकी पोस्टिंग गलती से शासकीय कन्या सरोजनी नायडू स्कूल बैरसिया में कर दी गई। अब वे लगातार अफसरों के चक्कर काट रही हैं, लेकिन अभी तक उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो पाया है।

एक पद पर दो की तैनाती नहीं हो सकती…

स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव संजय गोयल का कहना है कि एक पद पर दो लोगों की तैनाती नहीं हो सकती। ट्रांसफर एजुकेशन पोर्टल 3.0 के माध्यम से ऑनलाइन ही हो रहे हैं। लेकिन वल्लभ भवन से ऑफलाइन ट्रांसफर की बात से उन्होंने इनकार किया।

वल्लभ भवन से ऑफलाइन ऑर्डर निकलने से गड़बड़ी

लोक शिक्षण संचालनालय की कमिश्नर शिल्पा गुप्ता ने डीबी स्टार को बताया कि अभी तक वल्लभ भवन से सभी ट्रांसफर ऑर्डर ऑफलाइन ही निकाले जा रहे थे। पर अब उस प्रक्रिया में सुधार करवा लिया गया है। पोर्टल की तकनीकी खामियों को भी दूर किया जा चुका है।

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