पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में फर्जीवाड़े के खुलासे के बीच पुलिस ने मुरैना, श्योपुर, बिहार, उत्तरप्रदेश और गुजरात से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से कुछ अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा देने वाले सॉल्वर हैं, तो कुछ आधार क्लोनिंग और बायोमेट्रि
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पुलिस ने झारखंड-बिहार बॉर्डर से पटना निवासी सॉल्वर अमरेंद्र उर्फ बाहुबली को भी पकड़ा है। एसपी राजेश व्यास ने मंगलवार को बताया कि फर्जीवाड़ा 2023 से चल रहा था। इस गैंग ने कई अभ्यर्थियों को 8 से 10 लाख रुपए लेकर परीक्षा पास करवाई। ये लोग बायोमेट्रिक अपडेट के जरिए अभ्यर्थियों की पहचान बदलते थे और सॉल्वर से परीक्षा दिलवाते थे।
4 फरार, इन पर 10-10 हजार का इनाम
- अशोक गुर्जर, मुरैना: मुख्य सरगना, सॉल्वर-अभ्यर्थी की डील कराता था।
- अमिताभ रावत, मुरैना: मध्यस्थ, अशोक का साथी।
- लालू, मुरैना: सॉल्वर और अभ्यर्थी को लॉजिस्टिक मदद करता था।
- आशीष उर्फ साकेत, बिहार: पटवारी, जो सॉल्वर अरेंज करता था।
परीक्षा के एक महीने पहले और परीक्षा के एक महीने बाद दो बार बायोमेट्रिक अपडेट कराया सूचना मिली थी कि कुछ अभ्यर्थियों के आधार में बायोमेट्रिक बार-बार बदले जा रहे हैं। इन्हीं में से एक रामरूप नाम का युवक जब मुरैना से आलीराजपुर में जॉइनिंग के लिए पहुंचा, तो उसकी आधार हिस्ट्री खंगाली गई। पता चला कि रामरूप ने परीक्षा के ठीक एक महीने पहले और फिर परीक्षा के एक महीने बाद दो बार बायोमेट्रिक अपडेट कराया। शक गहराया तो एएसपी प्रदीप पटेल के नेतृत्व में जांच कमेटी बनाई गई।
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