ब्यूटी प्रोडक्ट्स के अलावा योगासनों की मदद से एजिंग की प्रक्रिया को भी धीमा किया जा सकता है। योग जहां त्वचा को चमकदार बनाने में मदद कर सकते हैं। वहीं हड्डियों को मज़बूत बनाने में भी कारगर साबित होते हैं।
अमूमन सभी महिलाएं स्किन को जवां और झुर्रियों से दूर रखने के लिए क्रीम और ब्यूटी ट्रीटमेंट की मदद लेती है। मगर इन सभी ब्यूटी प्रोडक्ट्स के अलावा जिस प्रकार घरेलू नुस्खे इसमें मददगार साबित होते हैं। ठीक उसी प्रकार से योगासनों की मदद से दिनभर ऊर्जावान रहने के अलावा एजिंग की प्रक्रिया को भी धीमा किया जा सकता है। योग जहां त्वचा को चमकदार बनाने में मदद कर सकते हैं। वहीं हड्डियों को मज़बूत बनाने में भी कारगर साबित होते हैं। जानते हैं स्किन की इलास्टीसिटी को मेंटेन रखने के लिए किन योगासनों (Yoga for healthy skin) की लें मदद।
एंटी एजिंग योग कैसे होते हैं मददगार साबित (Benefits of anti-ageing yoga poses)
एक्सपेरीमेंटल गेरोन्टोलॉजी जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार लगातार योगाभ्यास से जोड़ों की कार्यक्षमता में सुधार, लचीलेपन में वृद्धि और गतिशीलता बनी रहती हैं। हांलाकि इससे स्वास्थ्य को फायदा मिलता है। वहीं योग एक्सपर्ट डॉ गरिमा भाटिया बताती हैं कि योग का अभ्यास करने से शरीर के अन्य मसल्स के अलावा फेशियल मसल्स को भी मज़बूती मिलती है। साथ ही स्किन सेल्स बूस्ट होते हैं और रक्त का संचार मांसपेशियों में बढ़ने लगता है। नियमित रूप से योग का अभ्यास चेहरे की कसावट को बढ़ाने में मददगार साबित होता है।
चेहरे का योग जवां दिखने में भी मदद कर सकता है। योग चेहरे की मांसपेशियों को मजबूत करता है और काले घेरे, महीन रेखाएं, झुर्रियाँ और त्वचा का ढीलापन रोकता है। जर्नल ऑफ जामा नेटवर्क की रिपोर्ट के अनुसार 20 सप्ताह तक लगातार 30 मिनट तक रोज़ाना फेशियल एक्सरसाइज़ करने से मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं के चेहरे की बनावट में सुधार दिखता है।
झुर्रियां दूर करने के लिए योगासन (Yoga for anti-ageing)
1. सर्वांगासन (Shoulder stand)
इस योगासन को शोल्डर स्टैंड कहा जाता है, जो एजिंग की प्रक्रिया को धीमा करने का काम करता है। इसके अभ्यास से ब्लड फ्लो में सुधार आने लगता है। इससे त्वचा पर दिखने वाली महीन रेखाओं की रोकथाम करके स्किन सेल्स को बूस्ट करने में मदद मिलती है। इससे स्किन मुलायम और ग्लोई दिखने लगती है।
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कैसे करें सर्वांगासन
- इसे करने के लिए पीठ के बल ज़मीन पर लेट जाएं और टांगों को सीधा कर लें। अब शरीर को कमर से उपर उठाएं।
- इस दौरान दोनों टांगों को आपस में जोड़ लें और टांगों को आसमान की ओर लेकर जाएं। घुटनों को मोड़ने से बचें।
- दोनों हाथों को कमर पर रखें। चाहें, तो इस योगासन को करने के लिए दीवार की मदद ले सकते हैं।
- 30 सेकण्ड से 1 मिनट तक इसी पोज़िशन में बने रहें। उसके बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
2. सेतुबंधासन (Bridge pose)
शरीर में बढ़ने वाली स्टिफनेस को कम करके और चेहरे पर बढ़ने वाली झुर्रियों की समस्या को सेतुबंधासन की मदद से कम किया जा सकता है। इससे ब्लड का सर्क्ुलेशन बढ़ने लगता है और चेहरे पर दिखने वाले दाग धब्बों की समस्या हल हो जाती है। चेहरे के निखार को बढत्राने के लिए नियमित रूप से इसका अभ्यास फायदेमंद साबित होता है।
कैसे करें सेतुबंधासन
- इसे करने के लिए पीठ के बल मैट पर लेट जाएं। उसके बाद दोनों टांगों को घुटनों से मोड़ लें।
- अब शरीर को कमर से उपर की ओर उठाने का प्रयास करें। कंधों का जमीन पर लगाकर रखें।
- आंखों को बंद कर लें और शरीर की क्षमता के अनुसार इसी मुद्रा में बने रहें।
- नियमित रूप से इसका अभ्यास करें और सांस पर नियंत्रण बनाए रखें।
3. ताड़ासन (Mountain pose)
पोश्चर को बेहतर बनाने में मददगार ताड़ासन बेहद फायेदमंद है। इससे शरीर में बढ़ने वाली थकान कम होती है और चेहरे का ग्लो बढ़ जाता है। नियमित रूप से इसका अभ्यास शरीर को फायदा पहुंचाता है। वे लोग जो मसल्स स्टिफनेस से परेशान हैं, उनके लिए भी ये बेहद कारगर है।
कैसे करें ताड़ासन
- इसे करने के लिए जमीन पर खड़े हो जाएं और कमर को भी सीधा कर लें। अब दोनों पंजों को उपर उठाने का प्रयास करें।
- बाजूओं को उपर की ओर लेकर जाएं और दोनों हाथों को आपस में जोड़कर रखें। कमर को सीधा रखें व गहरी सांस लें।
- आंखों को बंद करें और धीरे धीरे सांस छोड़ें। 30 सेकण्ड से लेकर 1 मिनट तक इसी मुद्रा में बने रहें। शरीर एक्टिव रहता है।
4. अधोमुख शवासन (Downward facing dog pose)
शरीर को वी आकार में लाकर किए जाने वाले इस योगासन को करने से शरीर में रक्त का संचार बढ़ने लगता है और स्किन सेल्स बूस्ट होते हैं। इससे मांसपेशियों में खिंचाव आता है, जिससे शरीर में बढ़ने वाले तनाव को किया जा सकता है और शरीर को सुकून की प्राप्ति होती है।
कैसे करें अधोमुख शवासन
- इस योगासन का करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और टांगों को सीधा कर लें। अब शरीर को कमर रे उपर उठाएं।
- दोनों टांगों के मध्य गैप बनाकर रखें और हथेलियों को जमीन पर टिकाकर रखें। सांस पर ध्यान केंद्रित करें।
- अपने शरीर को पी आकार में लाएं और क्षमता के अनुसार इस पोज़िशन को होल्ड करके रखें।
- उसके बाद जमीन पर लेट जाएं और शरीर को ढ़ीला छोड़ दें। इससे शरीर में बढ़ने वाली थकान को कम किया जा सकता है।
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