चीन के कोर्ट ने दिया अजीबोगरीब फैसला Image Credit source: Pixabay
चीन से एक हैरान करने वाला मामला इन दिनों लोगों के बीच चर्चा में है. यहां गुआंग्शी झुआंग में एक बंदा अपनी स्वायत्त क्षेत्र में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक विवाहित व्यक्ति की मौत होटल के कमरे में प्रेमिका संग संबंध बनाने के दौरान हो गई. इस घटना के बाद ये मामला जब अदालत में पहुंचा तो अदालत ने महिला को मृतक के परिवार को मुआवज़ा देने का आदेश दिया है. जिसके बाद ये पूरा मामला लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है.
घटना पिंगनान काउंटी में 14 जुलाई 2024 को हुई. मृतक व्यक्ति की उम्र 66 साल है और उसका उपनाम झोउ (Zhou) था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक झोउ लंबे समय से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे थे और पहले भी स्ट्रोक का शिकार हो चुका था. मौत से कुछ घंटे पहले झोउ अपनी प्रेमिका, जिसका उपनाम झुआंग (Zhuang) बताया गया है, से होटल में मिले. दोनों ने संबंध बनाए और उसके बाद सो गए. इसके बाद जब झुआंग नींद से उठीं तो उन्होंने पाया कि झोउ सांस नहीं ले रहे थे.
कितना देना होगा मुआवजा
इस स्थिति में तुरंत मदद बुलाने के बजाय झुआंग होटल से घर चली गईं. दरअसल उन्हें भी ब्लड प्रेशर की समस्या थी और वे पहले दवा लेना चाहती थीं. करीब एक घंटे बाद वे वापस लौटीं और होटल कर्मचारियों से कमरे का दरवाज़ा खुलवाया. उस समय तक झोउ की हालत बिगड़ चुकी थी. डॉक्टरों और पुलिस ने जांच के बाद पुष्टि की कि उनकी मौत हो चुकी है.
झोउ की पत्नी और बेटे ने इस मामले में अदालत का दरवाज़ा खटखटाया. उन्होंने झुआंग और होटल प्रबंधन दोनों से कुल 5.5 लाख युआन (लगभग 66 लाख रुपये) के मुआवज़े की मांग की. इसमें इलाज और अंतिम संस्कार का खर्च भी शामिल था.
क्या कहा अदालत ने?
मामला अदालत पहुंचा तो सुनवाई के दौरान यह माना गया कि झोउ की मौत की मुख्य वजह उनकी पुरानी बीमारियां थीं. हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का इतिहास होने के कारण दिल का दौरा पड़ने की संभावना पहले से मौजूद थी. बावजूद इसके अदालत ने झुआंग को पूरी तरह निर्दोष नहीं माना. जज ने कहा कि संकट की घड़ी में मदद बुलाने की बजाय झुआंग का होटल छोड़कर घर जाना बड़ी लापरवाही थी. अगर उन्होंने समय पर डॉक्टर या होटल स्टाफ को सूचना दी होती तो झोउ को शायद बचाया जा सकता था.
इसके अलावा, यह रिश्ता शादीशुदा व्यक्ति के साथ अवैध संबंध का था, जिससे ज़िम्मेदारी और बढ़ जाती है. फैसले में कहा गया कि झोउ की मौत में 90 प्रतिशत भूमिका उनकी बीमारियों की रही, लेकिन 10 प्रतिशत लापरवाही झुआंग की भी थी. इसी आधार पर अदालत ने महिला को मृतक के परिवार को 62 हज़ार युआन (लगभग 8.6 लाख रुपये) मुआवज़ा देने का आदेश दिया. होटल प्रबंधन को अदालत ने दोषी नहीं माना. अदालत का तर्क था कि घटना होटल के निजी कमरे में हुई थी और वहां स्टाफ का कोई हस्तक्षेप नहीं था. इसलिए होटल पर जिम्मेदारी नहीं डाली जा सकती.
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